बलरामपुर:ठण्ड से गरीब,असहायो को बचाने के लिए प्रशासन ने शुरू की कवायद

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फरीद आरज़ू

बलरामपुर,18 नवम्बर। इण्डो नेपाल पोस्ट


नेपाल सीमा से सटे उत्तर प्रदेश के बलरामपुर मे गरीब, असहायो को ठंड से बचाने के लिए प्रशासन ने कवायद शुरू कर दिया है जिसके तहत जिले मे छह रैन बसेरो की स्थापना की गई है।

जिला आपदा प्रबंधन के सलाहकार सचिन मदान ने बुधवार को यहाँ यह जानकारी दी।उन्होने बताया कि मौसम विभाग के इस बार ठंड अधिक पडने की संभावना है।ठंड को ध्यान मे रखते हुए बलरामपुर, उतरौला,तुलसीपुर और पचपेडवा नगरीय क्षेत्रो के अतिरिक्त संयुक्त जिला चिकित्सालय,जिला महिला चिकित्सालय मे एक एक रैन बसेरो की स्थापना की गई है।उन्होने बताया कि इन रैन बसेरो की इस बार शासन ने जियो टैगिंग भी कराई है।जिले के तीनो तहसीलो मे उपजिला अधिकारी और पुलिस क्षेत्राधिकारी को पेट्रोलिंग के लिए नामित किया गया है।

उन्होने बताया कि नामित अधिकारी सुनिश्चित करेगे कि सार्वजनिक स्थानो जैसे सडक,पटरी,अस्पताल,बस स्टेशन,रेलवे स्टेशन आदि स्थानो पर कोई असहाय व्यक्ति खुले मे न लेटे।यदि कोई व्यक्ति खुले मे लेटे पाया जाए तो उसे रैन बसेरे मे पहुचाया जाये।

उन्होने बताया कि कलेक्ट्रेट परिसर मे आपदा नियंत्रण कक्ष स्थापित है।जिसका मोबाईल नम्बर- 896 001 0 336/9170277336 है।शीत लहरी और ठंड से सम्बंधित किसी भी परेशानी के लिए इन नम्बरो पर सम्पर्क किया जा सकता है।यह हेलपलाइन नम्बर 27 घंटे संचालित है।

उन्होने बताया कि ठंड और शीतलहरी के दौरान निराश्रित, असहाय और कमजोर वर्ग को मदद पहुचाने के लिए समाजसेवी संस्थाओ की भूमिका अहम हो सकती है।जिले के सभी तहसील क्षेत्रो मे संचालित समाजसेवी संगठनो की सूची तैयार करने को कहा गया है।उन्हे शीतलहरी के दौरान निराश्रित,असहाय और कमजोर वर्ग के व्यक्तियो को मदद पहुचाने हेतु प्रोत्साहित किया जायेगा।इस प्रकार के पुनीत कार्य करने वाले समाज सेवियो और संगठनो को प्रशासन द्वारा प्रश्ति पत्र दिया जायेगा।उन्होने मीडिया बंधुओं से अनुरोध किया है कि ठंड से मौत की रिपोर्टिंग करने से पूर्व सभी त्थायो की जानकारी कर ले।यदि मरने वाला व्यक्ति के पास ठंड से बचने के लिए उसके घर मे कपडा,कम्बल आदि नही है।ऐसे व्यक्ति की मृत्यु होती है तो वह ठंड से मौत की श्रेणी मे आता है।उन्होने बताया कि कई बार सक्षम व्यक्तियो की ठंड से होने वाली मौतो को भी ठंड से मौत की रिपोर्टिंग कर दी जाती है।उन्होने बताया कि सभी मीडिया बंधुओं से इस सम्बंध मे सुझाव भी मांगे गये है।

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