सिद्धार्थनगर:-बच्चों का उपचारात्मक शिक्षण आवश्यक:बीईओ

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नियाज़ कपिलवस्तुवी

सिद्धार्थनगर,15 सितम्बर।इण्डो नेपाल पोस्ट

कोरोना के कारण लंबी अवधि तक विद्यालयों से दूर रहे बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए शिक्षकों को बच्चों के उपचारात्मक शिक्षण करने की विशेष आवश्यकता है.

उपरोक्त विचार प्रधानाध्यापकों की मासिक समीक्षा बैठक में बीईओ रमेशचन्द्र मौर्या ने प्रकट किए. उन्होंने कायाकल्प योजना के अंतर्गत ग्राम पंचायतों द्वारा विद्यालयों में कराए जा रहे, चहारदीवारी निर्माण, भवन मरम्मत, टायलीकरण आदि विभिन्न कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि नि:शुल्क वितरण हेतु पाठ्यपुस्तकें सभी विद्यालयों तक पहुंचाई जा रही हैं, उन्हें बच्चों में शीघ्र वितरित कर दिया जाए. बीईओ श्री मौर्या ने बच्चों के शतप्रतिशत नामांकन एवं आधार नामांकन तथा आउट ऑफ स्कूल बच्चों के सर्वेक्षण एवं नामांकन हेतु भी निर्देशत किया.


इस अवसर पर एआरपी सुरेन्द्र भारती, मनोज कुमार पांडेय, सुभाष कुमार पांडेय एवं विक्रांत त्रिपाठी द्वारा प्रेरणा लक्ष्य के अनुसार हेतु भाषा एवं गणित विषयों के न्यूनतम अधिगम स्तर की सम् प्राप्ति के लिए विभिन्न शैक्षिक गतिविधियों पर विस्तृत चर्चा करते हुए रोचक एवं प्रभावी शिक्षण के गुण बताए गए.


बैठक में जितेन्द्र कुमार मिश्रा, अरूण सिंह, धर्मेन्द्र सिंह, नियाज़ अहमद, रीता चौधरी, गीता चौधरी, सरोज पांडेय, जितेंद्र चौधरी, आलोक आनंद, दीपक श्रीवास्तव, सुभाष वरूण, मदनलाल जैसवाल, सुनीता वर्मा, संतोष त्रिपाठी आदि प्रधानाध्यापकों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही.

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