सर सयैद अहमद मुस्लिमों के सामाजिक संघर्ष के सबसे बड़े अलंबरदार:प्रो0 अनवारुल हक खान

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जिले के इटवा व डुमरियागंज में सर सयैद डे मनाया गया

डुमरियागंज में अलीग साथियों ने लिया लाइब्रेरी कायम करने का संकल्प

सगीर ए खाकसार । इंडो नेपाल पोस्ट

जिले के इटवा और डुमरियागंज में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के संस्थापक सर सयैद अहमद खान के जन्म दिन को सर सयैद डे के रूप में मनाया गया।अलीग साथियों ने सर सयैद के संघर्षों को याद किया और मुस्लिमों के सामजिक सुधार का सबसे बड़ा अलंबरदार बताया।
जिले के इटवा में ए एम यू ओल्ड बोयज़ एसोसिएशन सिद्धार्थनगर ने सर सयैद डे का आयोजन किया।इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए ए एम यू  छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष व कोलकाता यूनानी मेडिकल कालेज के प्रोफेसर डॉ अनवारुल हक खान ने कहा कि सर सयैद प्रगति शील विचार धारा के पोषक व आधुनिक शिक्षा के हिमायती थे।वो कौमी यकजहती में  विश्वास रखते थे।हिन्दू मुस्लिम एकता के पैरोकार थे।श्री खान ने कहा कि सर सयैद मुस्लिमों में बौद्धिक चेतना प्रदान कर उन्हें नई दिशा देना चाहते थे।कार्यक्रम में पत्रकार बलराम त्रिपाठी, नावेद मोमिन, डॉ शब्बीर ,इसरार फारूकी,नावेद मोमिन, मुश्ताक अहमद,शाहिद हुसैन, आदि ने अपने विचार व्यक्त किये।संयोजक शाहिद सेराज ने आये हुए अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।अध्यक्षता वरिष्ठ चिकित्सक डॉ एहसान मलिक(अलीग) ने किया संचालन तालीमी बेदारी के प्रदेश अध्यक्ष सगीर ए खाकसार ने किया।
डुमरियागंज से मिली खबरों के मुताबिक  शनिवार को सर सैयद डे के मौके पर डुमरियागंज में अलीग साथियों के साथ सर सैयद अहमद खान साहब के संघर्षों को याद किया गया। सर सैयद डे के मौके पर उनके मिशन को आगे बढाने के लिए डुमरियागंज में लाइब्रेरी कायम करने का संकल्प लिया गया। तमाम अलीग बिरादरी और दूसरे सूबे से ताल्लुक रखने वाले साथियों से लाइब्रेरी कायम करने में मदद की की अपील की गयी।

सर सैयद अहमद खान साहब के तहरीक, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के बानी, हिन्दू-मुस्लिम यकजहती के अलम्बरदार, आलमी शोहरत याफ्ता शख्शियत के जद्दोजहद को सलाम और खिराज-ए-अकीदत पेश किया गया।
इस मौके पर डॉ अली, डॉ मोहम्मद शरीफ, इं नदीम खान, शोएब अहमद, उसमान, शाहरुख अहमद, बिलाल खान, मोहम्मद फ़ारूक़, जावेद, अहमद आदि लोग मौजूद रहे

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