……एक ऐसा पत्रकार जिसका जाना सबको अखर गया!उसके गम में सब रो पड़े!

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सग़ीर ए ख़ाकसार


बढ़नी, सिद्धार्थ नगर,16 नवंबर,2022।इंडो नेपाल पोस्ट


इक जान है सो ये अमानत उसी की है ।
कुछ भी नहीं हमारा तुम्हारा ज़मीन पर।

बढ़नी के पत्रकारों ने अपने चहेते पत्रकार इरशाद अहमद को नम आंखों से श्रद्धांजलि दी। जागरण के पूर्व पत्रकार इरशाद अहमद का शनिवार की रात इलाज के दौरान निधन हो गया था।

उनके निधन से हर कोई गहरे सदमे में था।वो बहुत ही खुश मिजाज़ व मिलनसार थे।सोमवार को  पत्रकार  उन्हें खिराजे अकीदत पेश करने के लिए बढ़नी डाक बंगले पर एकत्र हुए।लेकिन जब बोलने चले तो लफ़्ज़ों ने साथ छोड़ दिया ।ज़बान लड़खड़ा गयी ।दिल बैठ गया।पत्रकार भावुक हो गए और रो पड़े।

पत्रकार डॉ राजन उपाध्याय संचालन के लिए उठे, दो शब्द इस से पहले कि वो बोलते खुद रोने लगे।वरिष्ठ पत्रकार अजय गुप्त भी खड़े हुए ज़रूर बोलने के लिए लेकिन वो भी भावुक हो गए बोलने का साहस नहीं जुटा पाए।डॉ कुद्दुस का भी यही हाल हुआ।रुहांसे हो गए।अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ पत्रकार सलमान हिंदी ने खुद को किसी तरह संभाल रखा था।ज़ाहिरी तौर पर थोड़ा मजबूत दिख रहे थे लेकिन उनका भी धैर्य जल्द ही जवाब दे गया।वो भी लंबे समय तक खुद को संभाल नहीं पाए । साथी पत्रकारों को रोता देख वो खुद भी रुंहासे हो गए।

कमोवेश सभी पत्रकरो का यही हाल था।हर कोई उदास व गम में डूबे हुए थे।उसके बाद पत्रकारों  का समूह इरशाद अहमद के आवास पर पहुंचा व परिजनों से मुलाकत कर उन्हें सांत्वना दी।

78 वर्षीय उनके वयोवृद्ध पिता मास्टर करम हुसैन इदरीसी पत्रकरो में अपने बेटे के प्रति स्नेह व प्रेम देख कर पल भर के लिए खुश हुए लेकिन वो भी अपने बेटे को याद करके रो पड़े।जो ढांढस बंधाता वो खुद रोने लगता।

पत्रकारों ने उनके पिता को हिम्मत बंधाते हुए कहा कि हमेशा इरशाद अहमद के परिवार के साथ हैं।इरशाद अहमद का यूँ ही असमय चले जाना सबको अखर गया|


पत्रकारों ने दो मिनट का मौन रखा और उसके बाद पत्रकारों का समूह इरशाद अहमद के घर पहुंचा और उनके पिता मास्टर करम हुसैन इदरीसी से मिलकर उनको ढांढस बंधाया और कहा कि सभी पत्रकार आपके बेटे जैसे है, अपने आपको कभी अकेला न महसूस करियेगा, हर घड़ी हम सब आपके साथ रहेंगे।


श्रद्धांजलि सभा मे पत्रकार अजय प्रताप गुप्त,सग़ीर ए ख़ाकसार, डॉ दिनेश पाण्डेय, विकास सिंह, शंभूनाथ त्रिपाठी, रवि शुक्ल, रमेश शुक्ल, मुस्तन शेरूल्लाह, शैलेंद्र पाण्डेय, मनोहर राव, नंदलाल आजाद, चंदालाल आज़ाद, सग़ीर खाकसार,आज़ाद फैजी, अब्दुल कुद्दूस, सौरभ श्रीवास्तव आदि ने श्रद्धांजलि अर्पित की।

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