अपनी प्रतिभा और लगन से रामानुजन ने भारत को अतुलनीय गौरव प्रदान किया:-नितिन वर्मा

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इस शनिवार 18 दिसंबर को भारत के महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के जीवन से जुड़े रोचक व प्रेरक प्रसंगों से बच्चों को अवगत कराया गया । मुख्यातिथि के रूप में पंजाब नेशनल बैंक देवरिया के शाखा प्रबंधक नितिन वर्मा रहे।



पचपेड़वा, बलरामपुर,18दिसम्बर।इण्डो नेपाल पोस्ट


छात्र छात्राओं के चतुर्मुखी विकास व बौद्धिक स्तर को ऊंचा उठाने के लिए ये ज़रूरी है कि वो राष्ट्रनायकों,युग पुरुषों के जीवन और उनके संघर्षों से परिचित हों,वो उनके सिद्धांतों, एवं आदर्शों को आत्मसात करके सफलता के नए नए कीर्तिमान बना सकते हैं।
इसी उद्देश्य के तहत बलरामपुर जिले के पचपेड़वा स्थित जे.एस. आई.स्कूल में हर शनिवार को एक नए श्रृंखला की शुरुआत की गई है।जिसके तहत युग पुरुषों और महानायकों के जीवन से बच्चों को रूबरू कराया जाता है।


इस शनिवार 18 दिसंबर को भारत के महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के जीवन से जुड़े रोचक व प्रेरक प्रसंगों से बच्चों को अवगत कराया गया । मुख्यातिथि के रूप में पंजाब नेशनल बैंक देवरिया के शाखा प्रबंधक नितिन वर्मा रहे।

नितिन वर्मा ने बतौर मुख्यातिथि बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि रामानुजन का जन्म तमिलनाडु में 22 दिसम्बर 1887 में एक गरीब ब्राह्मण परिवार में हुआ था।उनके जन्म दिवस को “राष्ट्रीय गणित दिवस “के रूप में मनाया जाता है।उनके जीवन पर आधारित हॉलीवुड फिल्म “द मैन हु न्यू इन्फिनिटिव” भी बनायी गयी है।

तीन साल तक वो ठीक से बोलना भी नहीं सीख पाए थे जिससे उनके माता पिता खासे परेशान थे लेकिन थोड़ा उम्र बढ़ने के बाद उन्होंने गणित के क्षेत्र में जो कारनामे अंजाम दिए उससे दुनिया हैरान हो गयी ।उन्होंने कहा कि प्रो जीएच हार्डी ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और उन्हें लंदन आने का न्योता दिया ।वर्मा ने कहा कि रामानुजन बहुत ही जीनियस थे वो गणित में सर्वोच अंक पाते थे बाकी विषय मे फेल हो जाते थे।


स्कूल के फाउंडर प्रबन्धक सग़ीर ए ख़ाकसार ने कहा कि दुनिया उस वक़्त हैरान हो गयी जब रामानुजन को प्रो जी एच हार्डी ने रॉयल सोसाइटी इंग्लैंड अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव रखा ।बताते हैं उस वक्त इंग्लैंड में इस बात को लेकर हड़कंप मच गया कि जिस देश में हम शासन करते हैं जो देश हमारा गुलाम है वहां का एक व्यक्ति इंग्लैंड में कैसे रॉयल सोसाइटी ऑफ लंदन का अध्यक्ष बन सकता है?

खाकसार ने कहा कि इस महान गणितज्ञ को बहुत कुछ इस दुनिया को देना था लेकिन महज़ 33 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।ख़ाकसार ने रामानुजन के जीवन से जुड़े रोचक व प्रेरणादायी संदर्भों से छात्र छात्राओ के समक्ष रखा जिससे बच्चे अभिभूत हो गए।

इस अवसर पर रवि प्रकाश श्रीवास्तव,मुदस्सिर अंसारी,किशन श्रीवास्तव,साजिदा खान,राजेश यादव,विनोद शुक्ला,अंजुम सफिया,दीपक कौशल, शमा,नाज़रीन फातिमा,महजबीन,फरहान खान,अलका श्रीवास्तव आदि की उल्लेखनीय उपस्थिति रही।

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