किसान गोष्ठी का हुआ आयोजन फसल अवशेष न जलाने पर दिया गया ज़ोर

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एम एस खान

सिद्धार्थ नगर,12 नवंबर। इण्डो नेपाल पोस्ट

शोहरतगढ़ ब्लॉक कार्यलय परिसर में मंगलवार को एक दिवसीय ब्लाक स्तरीय रबी गोष्ठी का आयोजन किया गया,जिसमें मुख्य रुप से किसानो की आय दुगनी करने के लिए वैज्ञानिक तकनीक विधि से खेती करने पर जोर दिया गया।


भूमि संरक्षण अधिकारी नरेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि फसल अवशेष को किसान खेतों में न जलायें। फसल अवशेष कम्पोस्ट खाद बनाने में सहायक है जो कि मृदा की भौतिक, रासायनिक एवं जैविक क्रियाओं में लाभदायक है। पादप अवशेष मल्च के रूप में प्रयोग करने में मृदा,जल संरक्षण के साथ-साथ फसलों को खरपतवारों से बचाने में सहायक है। मृदा के जीवांश में हो रहे लगातार ह्रास को कम करने में योगदान करता है और किसी भी दृष्टिकोण से फसल अवशेषों को जलाना उचित नहीं है।कृषि वैज्ञानिक डॉ एस के मिश्रा ने कहा कि संरक्षण कृषि प्रणाली का अंगीकरण व फसल विविधीकरण द्वारा अवशेष जलाने की समस्या से निजात मिल सकता है।जिससे रवि की फसल को बेहतर उर्वरा शक्ति मिलेगी और उपज अच्छी होगी।

इसी क्रम में भूमि संरक्षण, उद्यान विभाग ,बोरिंग टेक्नीशियन, नहर विभाग, आदि के अधिकारियों ने अपने अपने विभाग के योजनाओं के सम्बंध में किसानों को विस्तार से बताया।कार्यक्रम में उपकृषि निदेशक डॉक्टर एलबी यादव,, जिला गन्ना अधिकारी मंजू सिंह ,कृषि वैज्ञानिक, उद्यान निरीक्षक पीएम राम, एडीसीओ सहकारिता,एडीओ एमआई समेत क्षेत्र के किसान मौजूद रहे।

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