शिया धर्म गुरु मौलाना कल्बे सादिक के निधन से नेपाल में भी शोक की लहर

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सग़ीर ए खाकसार

लखनऊ,25 नवम्बर।इण्डो नेपाल पोस्ट

पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे शिया धर्म गुरु व आल इंडिया मुस्लिम पर्सन ला बोर्ड के उपाध्यक्ष मौलाना कल्बे सादिक का मंगलवार निधन हो गया ।उनके निधन से नेपाल में भी शोक की लहर है।विभिन्न धार्मिक ,राजनैतिक व सामाजिक संस्थाओं ने गहरे रंजो ग़म का इज़हार करते हुए खिराजे अकीदत पेश की है।


राष्ट्रीय मदरसा संघ नेपाल के अध्यक्ष डॉ अब्दुल गनी अलकूफ़ी ने मौलाना सादिक के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उन्हें एक समाज सुधारक व शिक्षा जगत का महान पुरोधा बताया।संघ के महासचिव मौलाना मशहूद खान नेपाली ने कहा कि मौलाना सादिक के निधन से इल्म का एक चराग़ बुझ गया है।जामिया ख़दीजतुल कुबरा के डायरेक्टर मौलाना ज़ाहिद आज़ाद झंडानगरी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने लखनऊ में कई शिक्षण संस्थानों की स्थापना की थी।


एम्बार्क इंटरनेशनल के फाउंडर मिर्ज़ा राशिद बेग ने कहा कि मौलाना सादिक शिया सुन्नी के बीच एकता के पक्षधर थे।यही नहीं वो हिन्दू मुस्लिम एकता के भी हिमायती थे।
नेकपा नेता मिर्ज़ा अरशद बेग ने खिराजे अकीदत पेश करते हुए कहा कि मौलाना सादिक शिक्षा को लेकर गंभीर थे वह मुस्लिम समाज में व्याप्त रूढ़िवादी परम्पराओं के खात्मे के लिए भी जाने जाते हैं।इण्डो नेपाल सामजिक मंच के अध्यक्ष अकरम पठान ने कहा कि मौलाना सादिक अपनी उदारवादी क्षवि व शिक्षा के प्रचार प्रसार के लिए पूरी दुनिया मे जाने जाते थे।उनके निधन से शिक्षा जगत को बड़ी क्षति पहुंची है।

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