नातिया मुशायरा;कमली वाले हैं रहमत सभी के लिए

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सग़ीर ए खाकसार

सिद्धार्थनगर,28 फरवरी।इंडो नेपाल पोस्ट

हज़रत अली डे के मौक़े पर मुख्यालय के शेख नगर, गोबरहवां मोहल्ले में एक नातिया मुशायरे का आयोजन किया गया. मुशायरे का आग़ाज़ मुहम्मद आतिफ़ की क़ुरान ए पाक की तिलावत से हुआ. अगली कड़ी में शायर जावेद सरवर ने अपनी मधुर आवाज़ में नाते पाक- नहीं मुस्तफ़ा सा पयंबर है कोई, ज़माने में ऐसा न रहबर है कोई पेश कर लोगों की दुआएँ हासिल कीं. इस मौक़े पर जावेद सरवर के नातिया मजमूए कलाम का विमोचन भी हुआ. मुशायरे में युवा कवि पंकज सिद्धार्थ ने अपनी ख़ूबसूरत नात – कमली वाले हैं रहमत सभी के लिए, नात उनकी लिखूँ, मेरा अधिकार है, पेश कर आपसी भाईचारे का सशक्त संदेश दिया. शायर ए पूर्वांचल नियाज़ कपिलवस्तुवी ने नहीं आपको तू बोलेगा, गर बच्चा उर्दू बोलेगा, बच्चे को स्कूल तो भेजो, इंग्लिश भी धांसू बोलेगा. जैसी ग़ज़ल के माध्यम से तालीम की अहमियत का पैग़ाम दिया.
शायर एडवोकेट शादाब शब्बीरी, डाक्टर जावेद कमाल, मंज़र अब्बास रिज़वी, मोनिस फ़ैज़ी,डाक्टर नियाज़ आज़मी, रफ़ी नोमानी, डाक्टर नौशाद आज़मी और अशफ़ाक़ इब्राहिम, ने भी ख़ूबसूरत ग़ज़लें और नज़्में पेश कर मोहब्बत और इंसानियत का पैग़ाम दिया. निज़ामत कर रहे उस्ताद शायर नूर क़ासमी की ग़ज़ल आरज़ू है मेरी मुल्तजी आपकी, आप मानें न मानें, ख़ुशी आपकी, ख़ूब पसंद की गयी. कार्यक्रम की सदारत कर रहे उस्ताद शायर मुजीब बस्तवी ने सभी शायरों की हौसला अफ़ज़ाई करते हुए अपनी दुआओं से नवाज़ा. इस मौक़े पर उर्दू अख़बार मशरिक़ी आवाज़ के संपादक अब्दुल क़य्यूम ख़ान सहित बड़ी तादाद में सामईन मौजूद रहे.

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