सिद्धार्थनगर:-हिंदी पत्रकारिता को संजोने और उसे और धार देने की ज़रूरत है:-मंगल प्रसाद गुप्ता

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पत्रकारिता दिवस (30 मई) के मौके पर ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के तत्वधान में वरिष्ठ पत्रकार सग़ीर ए ख़ाकसार की अगुवाई में रविवार को वर्चुअल गोष्ठी का अयोजन हुआ।

एम एस खान

सिद्धार्थनगर,30 मई।इण्डो नेपाल पोस्ट

हिंदी पत्रकारिता दिवस (30 मई) के मौके पर ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के तत्वधान में वरिष्ठ पत्रकार सग़ीर ए ख़ाकसार की अगुवाई में रविवार को वर्चुअल गोष्ठी का अयोजन हुआ। वर्चुअल गोष्ठी में प्रमुख रूप से “संकट काल में ग्रामीण पत्रकारिता के समक्ष चुनौतियां” विषय को लेकर पड़ोसी मुल्क नेपाल और भारत देश के पत्रकारों व समाज सेवा से जुड़े लोगो ने अपने अपने विचार को साझा किया।

वर्चुअल मीटिंग के मुख्य अतिथि पड़ोसी मुल्क नेपाल के वरिष्ठ समाजसेवी वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक मंगल प्रसाद गुप्ता ने पत्रकरिता के उद्देश्यों तथा पत्रकारिता के दौरान आने वाली चुनौतियों पर बात रखते हुए कहा कि हिंदी पत्रकारिता को आज सजोने की जरूरत है, हिन्दी भाषा और हिंदी पत्रकारिता को और धार देने के लिए भारत जैसे देश को आगे बढ़कर पहल करनी होगी। हिंदी भाषा भारत और नेपाल ही नहीं विश्व स्तरीय भाषा के रूप में स्थापित हो सके, इसके लिए सभी को आगे आना होगा।अखबार व पत्रिका के संचालन व्यवस्था को बनाए रखने के लिए तमाम प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। मानव जाति की सेवा करने वाले पत्रकारों के समक्ष प्रायः आर्थिक समस्या बनी रहती है, जिसके लिए सरकारों को इस तरफ सार्थक पहल करने की आवश्यकता है। मंगल प्रसाद गुप्ता ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमणकाल के समापन होने और माहौल के अनुकूल हो जाने पर नेपाल में जल्द ही सार्क स्तरीय हिंदी भाषा व पत्रकारिता से जुड़ा एक बेहतर कार्यक्रम के आयोजन करने का प्रयास होगा।

वर्चुअल मीटिंग की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ पत्रकार मजहर आजाद ने कहा की कोरोना महामारी के बीच पत्रकारिता से जुड़े तमाम लोग अपने जान को जोखिम में डालकर, तमाम पीड़ा को झेलते हुए जनहित में अनवरत अपना योगदान दे रहे हैं, जो कि काफी सराहनीय है। निष्पक्ष तरीके से कार्य करने और समाज में सत्य बातों को पहुँचाने की आवश्यकता है। वर्तमान परिवेश को देखते हुए इस अवसर पर सभी पत्रकारों को आत्म समीक्षा करने पर बल देना चाहिए, साथ ही जो हमारे पूर्वजों द्वारा स्थापित की गई शाख है उसे संजोए रखने और उसे और बेहतर बनाने के लिए सदैव प्रयासरत रहना चाहिए। चतुर्थ स्तंभ के रूप में समाज में पहचान बन चुकी पत्रकारिता जगत से जुड़े लोगों को सार्थक पहल करते हुए सरकार के समक्ष तमाम समस्याओं से जुड़ी मांग को रखे जाने की भी आवश्यकता है।

वर्चुअल मीटिंग को पत्रकार रवि शुक्ला ने संबोधित करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के पत्रकारों के समक्ष तमाम प्रकार की कठिनाइयां है लेकिन फिर भी वह समाज के समक्ष निष्पक्ष तरीके से सच्चाई की बातों को रखने और जन समस्याओं को उजागर करने का काम लगातार करते रहे हैं। एम एस खान ने कहा कि कोरोना काल में तमाम पत्रकार साथी समाज में अपना योगदान देते हुए अपनी जान को न्योछावर कर दिए उन तमाम साथियों सहित महामारी के शिकार हुये तमाम नागरिकों को एसोसिएशन की तरफ से ह्रदय से श्रद्धांजलि दिया।

कार्यक्रम का कुशल संचालन वरिष्ठ पत्रकार सगीर-ए- ख़ाकसार ने की। वर्चुअल मीटिंग में , मंगल गुप्ता , मोहम्मद इब्राहिम, मजहर आजाद, आलोक श्रीवास्तव,श्रवण कुमार पटवा, नरेश सक्सेना, विष्णु कुमार, रवि शुक्ला, परवेज आलम, सरवन कुमार, एम एस खान, भिर्गु नाथ त्रिपाठी, सगीर ए ख़ाकसार आदि लोगों ने शामिल होकर पत्रकारिता जगत से जुड़े तमाम लोगों को ह्रदय की गहराइयों से बधाई व शुभकामनाएं दीं।

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