स्वतंत्र भारत के कुछ मशहूर मुस्लिम वैज्ञानिक- ( भाग 2 )

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इण्डो नेपाल पोस्ट की यह नई श्रृंखला  देश के प्रसिद्ध मुस्लिम वैज्ञानिकों और उनके योगदान पर केंद्रित है।विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में इन वैज्ञानिकों के योगदान  के बारे में बता रहे हैं ….खुर्शीद अहमद !जो फिलवक्त कतर में रहते हैं आप मूलतः यूपी के सिद्धार्थनगर जिले के बढनी के रहने वाले हैं।प्रस्तुत है इस श्रृंखला की दूसरी किस्त….!

ख़ुर्शीद अहमद

..…गतांक से आगे

4— सालिम अली : Bird man of india के नाम से प्रसिद्ध डाक्टर सलीम मोइज़ुद्दीन अब्दुल अली का जन्म 12 नवंबर 1896 को मुम्बई में हुआ ।उनका संबंध मशहूर तैयबजी परिवार से था।

वह एक भारतीय पक्षी विज्ञानी , वन्यजीव संरक्षणवादी और प्रकृतिवादी थे , डाक्टर सालिम अली देश के पहले ऐसे पक्षी विज्ञानी थे ,जिन्होंने सम्पूर्ण भारत में व्यवस्थित रूप से पक्षियों का सर्वेक्षण किया और पक्षियों पर ढेर सारे लेख और किताबें लिखीं उनके द्वारा लिखी पुस्तकों ने भारत में पक्षी-विज्ञान के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हैं

उनके कार्यों को देखते हुए भारत सरकार ने उन्हें पद्म भूषण और पद्म विभूषण से सम्मानित किया ।अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और दिल्ली युनिवर्सिटी ने उन्हें डाक्ट्रेट की मानद उपाधि दी तथा पर्यावरण एवं वन मंत्रालय ने कोयंबटूर के निकट ‘ salim ali center for omithology and natural history ‘ स्थापित किया इसके अतिरिक्त उन्हें देश विदेश के कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।20 जून 1987 को उनका देहान्त हो गया।

5– डाक्टर सैयद एहतिशाम हसनैन : 13 अप्रैल 1954 को बिहार के जिला गया में जन्म लेने वाले डाक्टर एहतिशाम हसनैन देश के जाने माने बायोलॉजिकल साइंटिस्ट हैं।

वह अमेरिका की टेक्सास ए एण्ड एम युनिवर्सिटी से कई वर्षों तक जुड़े रहे 1987 में अमरीका से वापसी पर उन्होंने national institute of immunology ( NII ) में स्टाफ साइंटिस्ट की हैसियत से काम शुरू किया उसके बाद उन्हें centre for DNA fingerprinting and Diagnostics ( CDFD ) का पहला डायरेक्टर नियुक्त किया गया ।1999 तक वह इस पद पर कार्यरत रहे।2005-2011 की अवधि में वह हैदराबाद युनिवर्सिटी के वाइस चांसलर रहे और अभी हमदर्द युनिवर्सिटी के वाइस चांसलर हैं

भारत सरकार ने इन्हें पद्मश्री पुरस्कार और जर्मन सरकार ने अपने सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार order of merit से सम्मानित किया है ।जर्मन सरकार के इस सम्मान को पाने वाले वह एक मात्र भारतीय हैं।इसके अतिरिक्त वह कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किए गए केंद्र सरकार व विभिन्न राज्य सरकारों के सलाहकार हैं।
….जारी

सग़ीर ए खाकसार

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