नेपाल;एक शाम शायर शहपर रसूल के नाम

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सिद्धार्थनगर,18 मार्च।इण्डो नेपाल पोस्ट

पड़ोसी राष्ट्र नेपाल के कृष्णनगर में राष्ट्रीय मदरसा संघ नेपाल के पुस्तकालय में भारत के प्रसिद्ध शायर,शिक्षाविद,प्रोफेसर शहपर रसूल को सम्मनित किया गया।जिसमें क्षेत्र की प्रमुख हस्तियों,साहित्य प्रेमियों,ने हिस्सा लिया।
राष्ट्रीय मदरसा संघ के अध्यक्ष डॉ अब्दुल गनी अलकूफ़ी ने कहा कि उर्दू भाषा के विकास को लेकर संघ प्रयासरत है।उन्होंने नेपाल में उर्दू भाषा,साहित्य की वर्तमान स्थिति पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला।अलकूफ़ी ने कहा कि उर्दू को रोज़ी रोटी से जोड़े जाने की ज़रूरत है।


लुम्बिनी प्रदेश मदरसा बोर्ड के उपाध्यक्ष मौलाना मशहूद खान नेपाली ने कहा कि उर्दू नेपाल में बोली जाने वाली दसवीं सबसे बड़ी भाषा है और मदरसे उर्दू भाषा के संरक्षण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।उर्दू का भविष्य उज्ज्वल है लेकिन इसके लिए स्कूलों के पाठ्यक्रम उर्दू भाषा को बढ़ावा देना होगा।हैं, मदरसों के माध्यम से उर्दू को बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है।
मुख्यअतिथि शहपर रसूल ने कृष्णा नगर के लोगों को उनके प्यार और आतिथ्य के लिए धन्यवाद दिया। पुस्तकालय के लिए विभिन्न उर्दू पत्रिकाओं की उपलब्ध करवाने का वादा भी किया। उर्दू अकादमी दिल्ली के पूर्व अध्यक्ष शहपर रसूल ने अपने कई पसंदीदा गीत भो सुनाए।जिसे सुनकर लोग झूम उठे।

डॉ अब्दुल गनी अल-कूफ़ी और मौलाना मशहूद खान नेपाली ने शहपर रसूल साहब को साल ओढ़ाकर सम्मानित किया। अंजुमन-ए-इरतीका उर्दू अदब नेपाल के अध्यक्ष जाहिद आजाद झंडा नगरी ने भी अपने विचार व्यक्त किये। अनवर अहमद अनवर ने अपनी गज़ल प्रस्तुत की।  कार्यक्रम में मौलाना जैश मक्की, तारिक रियाज़, अब्दुल नूर, मंज़ूर अहमद, मुजीब, क़मर आलम खान आदि मौजूद रहे।

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