तालीमी बेदारी के एडमिशन व कॅरियर सीरीज़ में” मुक्त विश्वविद्यालयों में शिक्षा के अवसर व फार्मेसी के क्षेत्र में संभावनाएँ”विषय पर हुई चर्चा

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देश में शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाली संस्था तालीमी बेदारी इंडिया दुआरा छात्र छात्राओं के भविष्य को उज्ज्वल बनाने के उद्देश्य से  शुरू किए गए   एडमिशन व कॅरियर सम्बन्धी सीरीज़ के प्रति लोग बहुत तेज़ी से आकर्षित हो रहे हैं।यह सीरीज़ छात्र छात्राओं के कॅरिअर को बेहतर बनाने में काफी मुफीद साबित हो रही है।


सग़ीर ए ख़ाकसार

लखनऊ,27 जून।इण्डो नेपाल पोस्ट


देश में शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाली संस्था तालीमी बेदारी इंडिया दुआरा छात्रों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई एडमिशन व करियर सम्बन्धी सेमिनार की चौथी सीरीज़ शनिवार को संपन्न हुई।जिसमें देश भर से करीब सौ से ज़्यादा लोगों ने भाग लिया।

“मुक्त विश्व विद्यालयों में शिक्षा के अवसर (संदर्भ-इग्नू)और फार्मेसी के क्षेत्र में संभावनाएँ” विषय पर आयोजित वर्चुअल सेमीनार  में मुख्य वक्ता के रूप में रेकिट बेंकीज़र ब्रिटेन से जुड़े डॉ ज़ियायुल अबरार हुसैन ने व इग्नू नई दिल्ली के एसोसिएट प्रोफ़ेसर डॉ अली असगर ने भाग लिया।


शनिवार  की वर्चुअल सेमीनार बेहद शानदार रही। स्टूडेंट्स बड़ी तादाद में सेमिनार से जुड़ रहे हैं।इस हफ्ते करीब सौ से ज़्यादा लोग जुड़े। लगातार चार हफ्तों से ये सिलसिला जारी है, इस एजुकेशनल सीरीज़ का उद्देश्य फिलहाल तादाद बढ़ाना नहीं है।

इस का मकसद  छात्रों और अभिभावक को ऐसी शैक्षिक गतिविधियों से रूबरू कराना जिनकी जानकारी उन्हें नहीं है या थोड़ी बहुत ही जानकारी है।मुख्य वक्ताओं के सम्बोधन के बाद  “प्रश्नोत्तरकाल” में बड़ी संख्या में छात्र छात्राओं ने एक्सपर्ट मेहमानों से सवाल भी पूंछे जिसका उन्हें संतोषजनक जवाब दिया गया।


मुख्यवक्ता डॉ जियायुल अबरार हुसैन ने फार्मेसी के बारे में विस्तार से बताते हुए
सबसे पहले  डी फार्मा,बी फार्मा, एम फार्मा, डॉक्टर ऑफ फार्मेसी,प्रोफेशनल फार्मेसी,कम्युनिटी फार्मेसी, क्लिनिकल फार्मेसी आदि के बारे में जनकारी साझा की।डॉ हुसैन ने बताया कि  किन किन  यूनिवर्सिटीज़ में ये कोर्स हैं, इसकी फीस कितनी है, इससे रोजगार के कितने मौके हैं, इनमें संभावनाएं कितनी है। बहुत ही विस्तार से हर बात को पॉइंट टू पॉइंट समझाया।


इग्नू के एसिस्टेंट प्रोफसर डॉ अली असगर ने   अपने सम्बोधन की शुरूआत इग्नू के इतिहास के बारे में जानकारी से की, तत्पश्चात उन्होंने  रेगुलर और दूरस्थ शिक्षा में फ़र्क़ समझाया और ये भी समझाया कि आज के समय में  दूरस्थ शिक्षा क्यों जरूरी है, किन वजहों से ये अलग है और इसके फायदे क्या-क्या हैं। तमाम विषयों के बारे में जानकारी दी, फीस स्ट्रक्चर, आयु बाध्यता, भाषा इत्यादि विषयों के बारे में रोचकतापूर्ण ढंग से समझाया।
डॉ अली असगर ने बताया कि  मुख्यालय के अलावा, 67 रीजनल सेंटर और लगभग 2000 स्टडी सेंटर है देश भर में। देश के बाहर भी 20 जगहों पर सेन्टर है। हर शनिवार रात्रि आठ बजे से शुरू होने वाला तालीमी बेदारी का यह सेमिनार  करीब ढाई घण्टे तक चला।

वर्चुअल सेमिनार का संचालन तालीमी बेदारी के प्रदेश अध्यक्ष सग़ीर ए खाकसार ने अध्यक्षता डॉ वसीम अख़तर ने किया।स्वागत भाषण एवं मेहमानों का परिचय तालीमी बेदारी गाजीपुर के जिला अध्यक्ष हिसामुद्दीन अंसारी ने कराया।


सेमिनार में जामिया हमदर्द के प्रोफसर डॉ अखुर्शीद अंसारी,शमीम अख्तर,अख़तर हुसैन दुबई,आदिल अख्तर,दुबई,अलीगढ़ मेडिकल कालेज के डॉ ज़ियाउर्रहमान,डॉ अरविंद राजपूत, इंजीनियर इरशाद अहमद अलीग,निहाल अहमद,नौशाद सिद्दीकी,डॉ जर्रार अहमद,शहाबुद्दीन,जमाल अहमद खान,शमशाद अहमद ,बी कुमार,अहमद फरीद अब्बासी,शेख अक़्सा फातिमा,बी नागेश्वर रॉव,रिजवान अंसारी,इस्लामुद्दीन, खान गुलशन,कैसर जमाल,आलिया हैदर,अनुपम सक्सेना,कनीज़ फातिमा,संजीव चौधरी,प्रवेश कुमारी,शोएब अख्तर,रमेश कुमार,आदि के अलावा सैकड़ों की तादाद में लोग मौजूद रहे।

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