सासाराम के कथाकार व वरिष्ठ लेखक – पत्रकार कृपा शंकर नार्वे में अंतरराष्ट्रीय प्रेमचंद सम्मान हेतु चयनित 

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अर्जुन कुमार की कलम से

सासाराम,26 जुलाई।इण्डो नेपाल पोस्ट

कथा, कविता, आलोचना, रंगमंच, व्यंग्य और साहित्यिक पत्रकारिता के क्षेत्र में विशिष्ट अवदान के लिए नार्वे में प्रेमचंद अंतरराष्ट्रीय सम्मान देने की घोषणा की गई है। जिसमें सासाराम के वरिष्ठ कथाकार, लेखक – पत्रकार कृपा शंकर भी शामिल हैं।  


         ओस्लो, नॉर्वे। 31 जुलाई 2021 को  प्रेमचंद जयन्ती पर भारतीय-नार्वेजीय सूचना एवं सांस्कृतिक फोरम, नार्वे एवं द्विभाषी पत्रिका स्पाइल दर्पण द्वारा अंतरराष्ट्रीय  प्रेमचंद सम्मान दिये जायेंगे।  यह सम्मान कथा, आलोचना, व्यंग्य, रंगमंच और साहित्यिक पत्रकारिता के क्षेत्र में विशिष्ट अवदान के लिए दिए जायेंगे। ये सम्मान उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी और ओस्लो, नार्वे में भारतीय दूतावास में राजदूत डॉ. बी. बाला भास्कर और  थूरस्ताइन विंगेर और  संस्था के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ साहित्यकार सुरेशचन्द्र शुक्ल शरद आलोक के द्वारा प्रदान किये जायेंगे। पुरस्कार अलंकरण समारोह डिजिटल प्लेटफॉर्म पर आयोजित किया जाएगा।  कार्यक्रम का यू – ट्यूब पर लाइव प्रसारण होगा। 


           इस संबंध में कृपा शंकर ने बताया कि कथा साहित्य और कविता के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय प्रेमचंद सम्मान काशीनाथ सिंह, नासिरा शर्मा, बलराम, शिवमूर्ति, बलराम अग्रवाल एवं कुलदीप सलिल को दिया जाएगा।
अंतरराष्ट्रीय प्रेमचंद व्यंग्य सम्मान सूर्य कुमार पांडेय और प्रेम जनमेजय को प्रदान किया जायेगा। साथ ही अंतरराष्ट्रीय प्रेमचंद रंग सम्मान हेतु फिल्माचार्य आनंद शर्मा, आभा शर्मा और अनिल मिश्र को चयनित किया गया है। अंतरराष्ट्रीय प्रेमचंद आलोचना सम्मान के लिए  प्रो. शैलेन्द्र कुमार शर्मा, प्रो. निर्मला एस मौर्य, कामता कमलेश, डॉ. मिथिलेश दीक्षित, डॉ. कामराज सिंधु को दिया जाएगा।


          अंतरराष्ट्रीय प्रेमचंद साहित्यिक पत्रकारिता सम्मान के लिए डॉ. अमिता दुबे, सुधीर कुमार शर्मा, डॉ. वीर सिंह मार्तण्ड, डॉ. विनोद कालरा, डॉ. दिनेश चंद्र अवस्थी, डॉ. हरिसिंह पाल, कृपाशंकर, संतोष श्रेयस,  ओम सपरा, डॉ. अर्जुन पांडेय और डॉ. शोभा बाजपेयी को प्रदान किया जायेगा।


             बताते चलें कि भारत नार्वेजीय सूचना एवं सांस्कृतिक फोरम, नॉर्वे विगत तीन दशकों से भारत नॉर्वे के मध्य मैत्री और सांस्कृतिक सम्बन्धों को मजबूत करने में महत्त्वपूर्ण योगदान दे रही है। संस्था द्वारा दुनिया की पहली द्विभाषी पत्रिका स्पाइल दर्पण का प्रकाशन किया जाता है जो हिंदी एवं नॉर्वेजियन भाषा मे प्रकाशित होती है।

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