स्वतंत्र भारत के कुछ मशहूर मुस्लिम वैज्ञानिक ( भाग 4 )

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इण्डो नेपाल पोस्ट की यह नई श्रृंखला  देश के प्रसिद्ध मुस्लिम वैज्ञानिकों और उनके योगदान पर केंद्रित है।विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में इन वैज्ञानिकों के योगदान  के बारे में बता रहे हैं ….खुर्शीद अहमद !जो फिलवक्त कतर में रहते हैं आप मूलतः यूपी के सिद्धार्थनगर जिले के बढनी के रहने वाले हैं।प्रस्तुत है इस श्रृंखला की चौथी किस्त.…!

खुर्शीद अहमद

8– डाक्टर कुदसिया तहसीन : 15 दिसम्बर 1964 को यूपी के आजमगढ़ जिला में जन्म लेने वाली डाक्टर कुदसिया तहसीन जानी मानी Nematology साइंटिस्ट हैं

डाक्टर कुदसिया तहसीन की शुरुआती शिक्षा आजमगढ़ में हुई उसके बाद उच्च शिक्षा के लिए उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का रुख किया और जूलोजी डिपार्टमेंट में एडमिशन ले कर 1989 में पीएचडी मुकम्मल किया

डाक्टर कुदसिया तहसीन इस समय अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जूलोजी डिपार्टमेंट में प्रोफेसर हैं इसके साथ उनका संबंध देश की कई साइंस एकडमीज से है


Nematology के छेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदानको देखते हुए ONTA ( Organization of Nematologists of Tropical America ) ने उन्हें अवार्ड से सम्मानित किया इस अवार्ड को प्राप्त करने वाली वह एशिया की पहली वैज्ञानिक हैं

Taxonomy , Biodiversity के छेत्र में इनकी कई किताबें और रिसर्च पेपर्स हैं विश्व के कई वैज्ञानिक संस्थानों ने इन्हें अपनी सदस्यता प्रदान की है

9– आफरीन अलाम : भारतीय माता-पिता की संतान व कनाडा में जन्मी और अमरीका से शिक्षा प्राप्त आफ़रीन अलाम मेडिकल के छेत्र में अपने रिसर्च वर्क के लिए जानी जाती हैं विशेष रूप से कार्बन डाट्स की फील्ड में इनके शोध को काफ़ी सराहना मिली

2014–15 में इन्होंने SiNON Therapeutic नाम की खुद अपनी कंपनी की स्थापना की जिसकी वह CEO हैं

कई अवार्ड्स से सम्मानित आफरीन अलाम हिजाब में रहने वाली महिला हैं।

जारी

सग़ीर ए खाकसार

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